पृथकत्व!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृथकत्व – Prthaktva. Number between 3 to 9 (days, years etc.), Differentiation, separateness. तीन से ऊपर और नौ से नीचे की संख्या जैसे – दिवस प्रथकत्व या वर्ष प्रथकत्व कहने पर क्रमश: ४ से ८ दिन या वर्ष जानना चाहिए “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] पृथकत्व – Prthaktva. Number between 3 to 9 (days, years etc.), Differentiation, separateness. तीन से ऊपर और नौ से नीचे की संख्या जैसे – दिवस प्रथकत्व या वर्ष प्रथकत्व कहने पर क्रमश: ४ से ८ दिन या वर्ष जानना चाहिए “
त्रयोदश द्वीप 13 islands of middle universe. मध्यलोक के 13 द्वीप (प्रारंभिक) जम्बूद्धीप से लगाकर रूचकवर द्धीप, यहीं तक अकृतिम 458 जिनमंदिर है। तेरहद्वीप की रचना पूज्य गणिनी श्री ज्ञानमती माताजी की प्रेरणा से जम्बूद्वीप हस्तिनापुर में निर्मित हो रही है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विभाव गुण – Vibhava Guna. Extrinsic qualities, contrary to real nature. जीव के मतिज्ञान आदि ४ ज्ञान एवं पुद्ग्ल के परमाणु द्रव्य के वर्णादि गुण को छोडकर द्रयअणु आदि स्कन्धों के विभाव गुण हैं “
तेजांग A type of wish fulfilling tree (Kalpavriksha) pertaining to light. एक प्रकार का कल्पवृक्ष , जो प्रकाश देते है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भाव संवर – Bhava Samvara. Psychic stoppage of Karmic flow. संसार की निमित्त भूत किृया की निव्रत्ती होना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विवृत योनि – Vivrta Yoni. Opened female genital organ. योनि के ९ भेदों में एक भेद; खुला हुआ उत्पत्तिस्थान “
तीर्णकर्ण A country of Bharat kshetra in the northern Arya khand (region). भरतक्षेत्र के उत्तर आर्यखण्ड का एक देश। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
एकीभावस्त्रोत्र A philosophical hymn written by Acharya Vadiraj. आचार्य वादिराज (ई. सन्. 1010-1065) कृत संस्कृत स्तोत्र जिसकी रचना करते हुए उनके शरीर का कुष्ठ रोग दूर हो गया था।[[श्रेणी:शब्दकोष]]