सूक्ष्म स्कंध!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म स्कंध – Sukshma Skandha. A type of aggregate of Karmic molecules. स्कंधों के 6 भेदों में एक भेद, कर्म वर्गणा के योग्य स्कंध को सूक्ष्म स्कंध कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म स्कंध – Sukshma Skandha. A type of aggregate of Karmic molecules. स्कंधों के 6 भेदों में एक भेद, कर्म वर्गणा के योग्य स्कंध को सूक्ष्म स्कंध कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यासापहार – Nyaasaapahaara. Misappropriation, a type of false behaviour. सत्याणुव्रत का अतिचार; कोई व्यक्ति धरोहर रख जाए और भूल से कम मांगे तो उसको उसकी भूल न बताकर जितनी वह मांगे उतनी ही दे देना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीतराग स्तोत्र –VitaragaStotra. Name of a Sanskrit spiritual hymn. एक आध्यात्मिक संस्क्रत स्तोत्र ” शिवं शुध्द बुध्दं …………. चिदानंद रूपं णमो वितरागं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म जीव – Sukshma Jeeva. See- Suksmakaayika Jiva. देखे – सूक्ष्मकायिक जीव।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पिंड प्रकृति – Pimda Prakrti. Group of Karmic nature having many subkinds. बहुत सारी प्रकृतियों का समुदाय. जिन प्रकृतियों के एक से अधिक भेद होते हैं, जैसे गति, जाति आदि “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] व्यंतरदेव –Vyaintaradeva. Peripatetic deities ( Bhoot, Pishach etc.). किन्नर, किम्पुरुष, महोरग, गंधर्व, यक्ष, राक्षस, भुत और पिशाच ये ८ प्रकार के व्यंतर देव कहलाते हैं ” ये वैकिर्यिक शरीर के धारी होते हैं एवं इनके असंख्य भवनों में जिनमंदिर होते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुसिद्धार्थ – Susiddhaartha. The spiritual teacher of the 9th Balbhadra Balram. 9वें बलभद्र बलराम के गुरू ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवनंजय – Bhavanamjaya. A city in the north of Vijayardha (mountain). विजयार्ध की उत्तर श्रेणी का एक नगर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वर्गशलाका राशि – Vargashalaakaa Raashi.: Desired resultant quantity of Log2 Log2 (a mathematical operation). दो के वर्ग से लेकर जितनी बार की राशि विवक्षित हो उतनी वर्गशलाका राशि जानना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पार्श्वस्थ (साधु) – Parsvastha (Sadhu). Saints not observing the duties of a saint life. इंद्रिय, कषाय और विषयों से पराजित होकर चरित्र को तृण के समान समझने वाले मुनि “