चाप!
चाप Arc. धनुष पृष्ठ ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्फोट – Sphota. A bursing up, an explore, an element causing intensive expression of some meaning.किसी वस्तु का फूटना, विदारण, मीमांसक मान्य एक व्यापक तत्त्व जिसके द्वारा ध्यन्यात्मक शब्द मे अर्थ प्रकाषन की सामथ्र्य अभिव्यक्त होती है। स्फोटवाद का जैनाचार्यों ने निराकरण किया है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूपाल चतुर्विशतिका टीका – Bhupala chaturvishtika Tika. Name a commentary book written by pandit Ashadhar. पं. आशाधर (ई. ११७३-१२४३) कृत संस्क्रत टीका “
चौका विधान Procedure for purification pertaining to saint- food. द्रव्य , क्षेत्र , काल , भाव की शुद्धि , मन शुद्धि , वचन शुद्धि , काय शुद्धि , आहार शुद्धि ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पर्ष नाम विभीषणता – Sparssana Naama Vibhiisanataa. A type of Anuyogdwar (disquisition door).देखे- स्पर्ष अंतर विधान।
इक्षुरस Juice of sugar cane. गन्ने का रस Sugar-cane juice. गन्ने का रस जिससे शक्कर गुड आदि बनते है। इस युग के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने एक वर्ष उन्तालीस दिन के उपवास के पश्चात हस्तिनापुर में राजा श्रेयांस द्वारा इक्षुरस का प्रथम आहार ग्रहण किया था। Seventh island and ocean of middle universe. मध्यलोक…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शैल कर्म – Shaila Karmaa. Pertainung to sculpure. शैल का अर्थ पत्थर है, उससे निर्मित प्रतिमाओं का नाम शैलकर्म है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पंदरहित नेत्र – Spamdarahita Netra. Eyes devoid of blinking (non-blinking).अर्हत भगवान के केवलज्ञान के दस अतिशयो मे एक, स्पंद रहित (टिमकार रहित) दृष्टि।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रज – धूल, ज्ञानावरण, दर्षनावरण, कर्म धूलि की तरह वस्तुओ का बोध और अनुभव में प्रतिबंध होने से रज कहलाते है। Raja-sand, Dust, Knowledge obscuring Karmas are also called as dust
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावशल्य – Bhavasalya. Internal thorn (falsehood etc.). जिस कर्म के उदय से जीव के माया, मिथ्या व निदान रूप परिणाम होते हैं “