नीचदेव!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीचदेव – Neechadeva. A type of low deities. किल्विष आदि निम्न जाति के देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीचदेव – Neechadeva. A type of low deities. किल्विष आदि निम्न जाति के देव “
उज्जैनी Present Ujjain city. where one of the 5 special names (Ativeer) of Lord Mahavira was given by a Rudra. प्राचीन मालवा देश की राजधानी वर्तमान उज्जैन। यहाँ के श्मशान में ध्यानलीन भगवान महावीर के ऊपर रूद्र ने उपसर्ग किया था पुनः इन्हें अविचल देखकर चरणों में नत हो महतिमहावीर (अतिवीर) नाम प्रदान किया था…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिल्पकर्मार्य – Shipakarmaarya. A type of Aryas having professional job according to caste. सावद्य कर्मार्य के 6 भेदों में एक भेद; धोबी, नाई, लुहार, कुम्हार, सुनार आदि शिल्प कर्मार्य हैं “
उच्छेदवाद Nihilism, Annihilationism. शुन्यवाद मूलोच्छेदन अथवा उखाड़ देना आदि का सिद्धान्त।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन पथ – Vachan Patha.: Theory of different view points. वचन मार्ग; कहने के जितने मार्ग है उतने ही नयवाद अर्थात नय के भेद हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निष्पाप – Nishpaapa. Sinless, Name of the 13th predestined Tirthankar(Jaina Lord). समस्त पापों से रहित, 13 वें भाविकालीन तीर्थंकर का नाम “
ईसवी संवत् The Christian era. यह ईसामसीह के स्वर्गवास के बाद यूरोंप में प्रचलित हुआ, इसकी स्थापना वीर निर्माण के 527 वर्ष और विक्रम संवत् से 57 वर्श पश्चात् हुई है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वक्तृत्व – Vaktratva: Eloquence ,Art of fluent speech . वक्तापन ,भाषण “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यक्षिला – Yakshila. Name of the chief Aryika (Ganini)in the assembly of Lord Aranath. तीर्थंकर अरनाथ के संघ की 60 हजार आर्यिकाओ में गणिनी आर्यिका”