धवल (कवि)!
धवल (कवि) A poet, the writer of ‘Harivanshpuran’. अपभ्रंश भाषाबद्ध हरिवंश पुराण के कर्ता। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धवल (कवि) A poet, the writer of ‘Harivanshpuran’. अपभ्रंश भाषाबद्ध हरिवंश पुराण के कर्ता। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्माकार दत्त Another name of poet Archat. अर्चट कवि का अपर नाम। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मरसिक Name of a book written on lustral anointment of Lord idols. पंचामृत अभिषेक आदि पर रचित एक ग्रंथ। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्मपाल Name of a Bauddha philosopher. नालन्दा विश्वविद्यालय के आचार्य एक बौद्ध नैयायिक थे। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धर्म अवर्णवाद Wrong or ill speaking about right religion. जिनेंद्र कथित अहिंसा धर्म में झूठे दोष लगाना, धर्म की निंदा करना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धम्मरसायण A book written by a saint, Padmanandiji. मुनि पद्मनन्दि (ई.977) कृत का ग्रंथ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परस्थान सन्निकर्ष:A type of Sannikarsh-close contact (related to all 8 karmas).सन्निकर्ष का एक भेद, आठों कर्मो विषयक सन्निकर्ष।
धनधान्य प्रमाणातिक्रम Exceeding the set limits of grains, cattle and wealth (an infraction). परिगग्रह परिमाणव्रत का एक अतिचार, धन, गाय, भैस एवं धान्य पदार्थ संग्रह के लिए की हुई मर्यादा का उल्लंघन करना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भक्ति – Bhakti. Eulogical devotion for Lord. अर्हत आदि के गुणों में अनुराग रखना भक्ति है अथवा निज परमात्म तत्त्व के सम्यक् श्रध्दान – अवबोध – आचरण स्वरूप शुद्ध रत्नत्रय परिणामों में अनुरक्त रहना “