चक्रवर्ती!
चक्रवर्ती Universal monarch, world conqueror, emperor. चक्ररत्न का स्वामी . यह षट्खण्डाधिपति , दिग्विजई, ३२ हजार राजाओं का अधिराजा , १४ रत्नों , ९ निधियों का तेजस्वी अधिपति होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चक्रवर्ती Universal monarch, world conqueror, emperor. चक्ररत्न का स्वामी . यह षट्खण्डाधिपति , दिग्विजई, ३२ हजार राजाओं का अधिराजा , १४ रत्नों , ९ निधियों का तेजस्वी अधिपति होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मणिकेतु – Maniketu. The name of a very small comet & of a deity. एक बहुत छोटा पुच्छल तारा , एक देव जिसने स्वर्ग में की गई प्रतिज्ञानुसार युक्ति पूर्वक सगर चक्रवर्ती के पास जाकर उन्हें वैराग्य धारण कराया था “
गृहस्थाश्रम The life of householder leading worldly life. चार आश्रमों में एक; इस आश्रम में विवाह के बाद गृहस्थ समाज सेवा के कार्यों में प्रवृत्त होता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == धर्मास्तिकाय : == धर्मास्तिकायोऽरतो—ऽवर्णगन्धोऽशब्दोऽस्पर्श:। लोकावगाढ: स्पृष्ट:, पृथुलोऽसंख्यातिकप्रदेश:।। —समणसुत्त : ६३१ धर्मास्तिकाय रसरहित है, रूपरहित है, गंधरहित है और शब्दरहित है। समस्त लोकाकाश में व्याप्त है, अखण्ड है और विशाल है तथा असंख्यातप्रदेशी है। उदकम् यथा मत्स्यानां, गमनानुनुग्रहकरं भवति लोके। तथा जीवपुद्गलानां, धर्मद्रव्यं विजानीहि। —समणसुत्त : ६३२ जैसे इस…
चंदनाचारित्र Name of a book. चंदना के चारित्र पर आधारित एक ग्रन्थ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संव्यवहरण दोष – Sanvyavaharana Dosha. A fault related to saint food, careless activities in offering food to saint. श्रावक के निमित्त से होने वाला जैन साधुओं के आहार का एक दोष ” साधु को आहार देने के लिए बर्तन आदि को शीघ्रता से बिना देखे उठाना संव्यवहरण दोष है “
उत्पत्ति Origination, Birth. जीवों की उत्पत्ति अर्थात् जन्म लेना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घोटमान Unstable phase with decrease & increase. योग्स्थान ; हानि वृद्धि सहित अनवस्थित भाव का नाम ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मगध – Magadha.: Name of a country of Bharat Kshetra eastern Arya Khand (region). भरत क्षेत्र के आर्य खंड का एक देश “