निश्चय हिंसक!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय हिंसक – Nishchaya Hinsaka. One who has not given up attachment, malice etc. जो प्रमाद व राग द्वेष आदि से सहित है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय हिंसक – Nishchaya Hinsaka. One who has not given up attachment, malice etc. जो प्रमाद व राग द्वेष आदि से सहित है “
तपोनिधिव्रत A vow of fasting for 1057 days with particular procedure. एक व्रत का नाम जिसमें 1057 दिन विधि पूर्वक व्रत किये जाते हैं। विशेष देखें – हरिवंशपुराण ग्रंथ में।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शास्त्र तात्पर्य – Shaastra Taatparya. Scriptural meanings. सूत्र के दो भेदों में एक भेद; परमार्थ से साक्षात मोक्ष के कारणभूत वीतरागपना या भेद ज्ञान ही शास्त्र तात्पर्य है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय रत्नत्रय – Nishchaya Ratnatraya. To be engrossed completely into the soul with right faith, knowledge & conduct. आत्मा का श्रद्धान, आत्मा का ज्ञान और आत्मा में ही लीन होना “
तन्मनोहरांगनिरीक्षण त्याग Renunciation of watching the beauty of women. ब्रहाचर्य व्रत की दूसरी भावना स्त्रियों के मनोहर अंगों को देखने का त्याग। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शाकल्य – Shakalya. A doctrine of ignorance, An ignorent one. अज्ञानवाद के 67 भेदों में एक भेद या एक अज्ञानवादी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय दर्शन – Nishchaya Darshana. View of absolute perception (soul is supreme). परम चैतन्य की विलास रूप लक्षण वाली प्रतीति अर्थात् शुद्धात्म तत्व ही उपादेय है ऐसी दृढ़ प्रतीति ” इसका निश्चय चारित्र के साथ अविनाभावी संभव है “
तदुभय प्रत्ययिक जीव बंध Sentiments devolped through the fruition & prematured fruition of karmas. जीव भाव बंध का एक भेद कर्मां के उदय और उदीरणा से तथा उनके उपशम से जो भाव उत्पन्न होते हैं (अर्थात् जीव के क्षयोपशमिक भाव)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लौकिक क्रिया –Laukika Kriyaa Worldly activities or involvement. संसार में की जाने वाली व्यवहारिक क्रियाएं “
तत्वार्थ श्रद्धान Faith on all real matters. तत्व रूप पदार्थ की प्रतीति या श्रद्धा करना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]