गुणकीर्ति!
गुणकीर्ति Name of an acharya saint and a poet. श्रेणिक पुराण, पद्मपुराण आदि के रचयिता एक मराठी कवि , देशीयगण के आचार्य(इ.९९०-१०४५)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गुणकीर्ति Name of an acharya saint and a poet. श्रेणिक पुराण, पद्मपुराण आदि के रचयिता एक मराठी कवि , देशीयगण के आचार्य(इ.९९०-१०४५)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंद परिणाम :Slight consequences of passionful nature. कषायों के अनुदीर्ण प्रत्यय (उदय) से होने वाले परिणाम मंद होते हैं “
दोग्रंथिक पाहुड Supreme treatise (commandments) containing knowledge of all 12 Angas. जिन भगवान के द्वारा निर्दोष श्रेष्ठ विद्धान आचार्यों की परम्परा से भव्य जनों के लिए भेजे गये बारह अंगों के वचनों का समुदाय अथवा उनका एकदेषपरमानंद।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संघातन-परिशातन कृति –Samghaatana-parishaatana Kriti. Assimilation and dissociation of the molecules of body. पांचो शरीरों में से विवक्षित शरीर के पुद्गल स्कंधों का आगमन और निर्जरा का एक साथ होना संघातन- परिशातन कृति कही जाती है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सद्यजात – Sadyajaata. Immediately produced or prepared. तत्काल उत्पन्न।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्र्बल – Bhadrabala. Name of a chief disciple of Lord Adinath. आदिनाथ भगवान् के १९ वें गणधर का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्धमति – Shuddhamati. Name of the 22nd Tirthankar (Jaina-Lord) of past era. भूतकालीन 22 तीर्थंकर “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] मंगल:State of auspiciousness, name of a planet (Mars), Name of a deity of Saumnas Gajdant mountain and its summits. जो पाप रूपी मल को गलाता है अथवा जो सुख या पुण्य को लाने वाला है वह मंगल है (पंचनमस्काररूप णमोकार मंत्र समस्त मंगलो में प्रथम मंगल कहा जाता है), एक ग्रह का नाम,…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विग्रह – Vigraha.: Quarrel,Separation. कलह, विच्छेद ” विग्रह – Vigraha.: Getting the body through transmigration. देह; नामकर्म के उदय से शरीरों के योग्य पुद्गलों का ग्रहण विग्रह कहलाता है “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावशक्ति – Bhavasakti. Power of thinking. जीव की एक शक्ति; वर्तमान अवस्था (पर्याय) सहितरूप भाव शक्ति है “