तदुभय वक्ताव्यता!
तदुभय वक्ताव्यता A type of statement or exposition. वक्ताव्यता के 3 भेदों में एक भेद स्वसमय , परसमय दोनों का निरूपण करके जहां पर समय को दोषमुक्त दिखलाकर स्वसमय की स्थापना की जाती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तदुभय वक्ताव्यता A type of statement or exposition. वक्ताव्यता के 3 भेदों में एक भेद स्वसमय , परसमय दोनों का निरूपण करके जहां पर समय को दोषमुक्त दिखलाकर स्वसमय की स्थापना की जाती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
गुंजाफल A traditional weighing unit. तौल का एक प्रमाण , २ धान्यमाण फल=१ गुन्जाफल ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रथमकोट- समवषरण में स्थित धूलिषाल नामक प्रथमकोट। prathamakota – a creation in the samavsharan – assembly lord
तत्वार्थबोध A book written by Pandit Budhjana. पं. बुधजन (ई.श. 1814) द्वारा रचित तत्वार्थ विषयक एक ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाणाभास- मिथ्याज्ञान; इसके संषय, विपरीत, अनध्यवसाय तीन भेद हैं। Pramanabhasa- Pseudo- organ of knowledge
गुरुमत Name of a doctrine established by Prabhakar Mishra. पूर्व मीमांसा का एक सम्प्रदाय , प्रभाकर मिश्र का एक मत ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रमाण प्रमेयकलिका – आचार्य विद्यानन्दि सं. 1 (ई. 775-840)कृत एक ग्रंथ। PramanaPrameyakalika- A book written by Narendrasen
चक्रव्यूह An array of soldiers in the form of a circle. एक विशिष्ट सैन्य रचना, इसमें राजा मध्य में रगता है और उसके चारों ओर अंगरक्षक होते हैं , इसकी चक्राकार रचना में एक हजार आरे होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रत्युपेक्षक- जाँच करने वाला ” pratyupeksaka – inspection party, inspector, suryeyor