दशांग भोग!
दशांग भोग 10 types of enjoyments related to food, sleeping etc. 10 प्रकार के भोग-भजन, भोजन, शयया, सेना,यान, आसन, निधि, रत्न, नगर और नाट्य।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दशांग भोग 10 types of enjoyments related to food, sleeping etc. 10 प्रकार के भोग-भजन, भोजन, शयया, सेना,यान, आसन, निधि, रत्न, नगर और नाट्य।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हेतविुचय – Hetuvicaya. Right contemplation or acceptance of religious path. धर्मध्यान के 10 भेदों मे अंतिम भेद। तर्क का अनुसरण करना और स्याद्वाद्व का आश्रय लेकर समीचीन मार्ग को ग्रहण करना अथवा उसका चिंतन करना।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] परमानंदविलास:A book written by Pandit Devida.पंडित देवीदास (ई0 1755-1767) कृत एक ग्रंथ ।
दर्शनाचरण Observance of all parts of right perception. सम्यग्दर्शन के 8 अंगों का पालन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हूहूक – Huuhuuka. A large unit of time. काल का एक प्रमाण, 84 लाख महाअडड त्र 1 हूहूक। इसे नयुतांग, चूलितांग, उहांग भी कहते है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हिमगिरि – Himagiri. A mountain covered with ice. बर्फ से ढका पर्वत। जैसे-हिमालय पर्वत।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] पर प्रशंसा: Appreciation of Others.उच्च गोत्र के आस्रव का एक कारण दूसरों की प्रशंसा करना ।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हास्य वचन – Haasya vacana. The ridiculous speech. हंसी परिहास मिश्रित वचन। सत्पुरुष ऐसे वचनों का प्रयोग नही करते।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिषेणा – Harisenaa. Name of the chief Aryika (Ganini) in the assembly of lord Shantinath. तीर्थकर शांतिनाथ के संध की प्रमुख गणिनी आर्यिका।