वस्त्र!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वस्त्र – Vastra.: Clothes, Dress, Garments. सिले हुए कपड़े,परिधान “ये 5 प्रकार के होते हैं –अंडज,वोंडज,रोमज ,वक्कज,चर्मज “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वस्त्र – Vastra.: Clothes, Dress, Garments. सिले हुए कपड़े,परिधान “ये 5 प्रकार के होते हैं –अंडज,वोंडज,रोमज ,वक्कज,चर्मज “
उभयद्रव्य A substance common to both sides (in Purva and Apurva krishties). जो द्रव्य पूर्व व अपूर्व दोनों कृष्टियों को दिया उसे उभय द्रव्य कहते है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकृति सप्रतिपक्षी – Prakrti Sapratipaksi. Karmic natures having mutual contradictions. ६२ कर्म प्रक्रतियां आपस में विरोधिपना होने से सप्रतिपक्षी कही जाती हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सोमयश – Somayasha. The grandson of Lord Rishavhdev, the son of Lord Bahubali. भगवान वृषभदेव का पौत्र एवं बाहुबलि का पुत्र, सोमवंष अर्थात चन्द्रवंश की स्थापना इसी के नाम पर हुई थी ।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुरब्बा–Murabba. Jam; preserved fruit (not edible according to Jain philosophy). संधान(आचा आदि) जो त्रस जीवो से संसिक्त होने से अभक्ष्य अर्थात खाने योग्य नहीं है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वल्लभा – Vallabhaa.: Beloved woman (female divinity). प्रिय स्त्री (देवों की मुख्य देवी ) “
द्विचारित्रसिद्ध The soul who gets salvation through two types of super conducts (in accordance with Bhutpragyapana Naya). भूतप्रज्ञापन नय की अपेक्षा दो चारित्र से सिद्ध होने वाले जीव । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वर्द्धमान महावीर – Varddhmaana Mahaveera.: Name of 24th tirthankar (Jain-Lord). वर्तमान चौबीसीके अंतिम 24वें तीर्थंकर “कुण्डलपुर के राजा सिद्धार्थ एवं महारानी त्रिशला के पुत्र “इनकी आयु 72 वर्ष थी एवं इनके 11 गणधर थे “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पंचज्ञान – Panchagyaana. Five kinds of knowledge (sensory, scriptural, clairvoyanc, telepathic & omniscience). मति, श्रुत, अवधि, मनःपर्यय एवं केवलज्ञान यही पंचज्ञान प्रणाम कहलाते है “
द्वात्रिंशतिका Name of a prayer written by Amitgati Acharya. आचार्य अमितगति द्वारा रचित 32 श्लोक वाला सामायिक पाठ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]