धन!
धन Wealth, That which consists of wealth such as money, property, cow etc. रूपया, पैसा, सोना, मकान आदि सम्पति।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धन Wealth, That which consists of wealth such as money, property, cow etc. रूपया, पैसा, सोना, मकान आदि सम्पति।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शल्य – Shalya. Sting; thorn; something that causes pain to body or mind; anger, pride, illusion, greediness, love, lust, longings for next birth (Nidan) & wrong belief are 8 stings in this world. शल्य का अर्थ पीड़ा देने वाली वस्तु है ” अर्थात् शरीर और मन सम्बंधी पीड़ा का कारण, कर्मोदय जनित विकार या…
उपाधि Rank, Alien belonging, Attachment, Requisites. पदवी, संसार से मोह अर्थात साधन के साथ अव्यापक और साध्य के व्यापक हेतु को उपाधि कहा जाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूमि – Bhumi. Land. जीवों की निवास भूमियां – कर्मभूमि, भोगभूमि, नरकों की ७ भूमियां “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीरसंघात नामकर्म – Shareera Sanghaata Naamkarma. Physique making Karmas causing association of body. जिसके उदय से औदारिक आदि शरीरों की छिद्र रहित होकर परस्पर प्रदेशों में एकरूपता आती है ” यदि शरीर संघात नामकर्म संज्ञा न हो तो तिल के मोदक के सामान शरीर अपुष्ट रहेगा “
द्वैत Nature of duality. बन्ध और मोक्ष , राग और द्वेष , कर्म और आत्मा तथा शुभ और अशुभ इस प्रकार की बुद्धि द्वैत के आश्रय से होती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निर्वृत्ति मार्ग – Nirvrtti Marga. Path of salvation. त्याग मार्ग,मुनि व त्यागी होने की तरफ चलना (महाव्रतों को धारण करना) “
द्विरूप वर्ग धारा Dyadic square sequence. 14 भाषाओें में एक , जिसमें दो के वर्ग से प्रारम्भ कर पूर्व – पूर्व स्थानों का वर्ग करते हुये उत्तर-उत्तर स्थान प्राप्त होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == मानी : == योऽपमानकरणं दोषं, परिहरति नित्यमायुक्त:। सो नाम भवति मानी, न गुणत्यक्तेन मानेन।। —समणसुत्त : ८९ जो दूसरे को अपमानित करने के दोष का सदा सावधानीपूर्वक परिहार करता है, वही यथार्थ में मानी है। गुणशल्य अभिमान करने से कोई मानी नहीं होता।