पुनर्जन्म!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुनर्जन्म – Punarjanma. Reincarnation, rebirth. पुनः या दुबारा जन्म होना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुनर्जन्म – Punarjanma. Reincarnation, rebirth. पुनः या दुबारा जन्म होना “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मुक्तिशिला–Muktishila. Place of salvation. सिद्ध शिला; ईषत् प्राग्भार अष्टमपृथ्वी केमध्य छत्र के आकार ढाई द्वीप प्रमाण गोल 45 लाख योजन व्यास की शिला” यहीं सिद्ध भगवान् विराजते है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुद्गलमोक्ष – Pudgalamoksa. A salvation (separation of Karmas from soul). मोक्ष का एक भेद. द्रव्य मोक्ष; सम्पूर्ण कर्मों का आत्मा से अलग हो जाना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायु – Vaayu.: Air,Wind,Breeze. हवा, पवन ” वायु भी सचित्त , अचित्त अनेक प्रकार की होती है ” प्राणायाम – ध्यान आदि में भी वायुमंडल , वायवी धारणाओं का प्रयोग किया जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुण्यायज्ञ क्रिया – Punyayajna Kriya. A meritorious act. दिक्षान्वय की ४८ क्रियाओं में से एक क्रिया- साधर्मी पुरुषों के साथ पुण्यवृध्दी के कारणभूत १४ पूर्व विधाओं का सुनना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वादीभसिंह (ओडयदेव )- Vaadibhasingha (Odayadeva). Name of the disciple of Pushpasen. अकलंक देव के गुरु भाई पुष्पसेन से शिष्य (ई.620 – 680) – छत्र चूड़ामणि, गद्य चिंतामणि के रचयिता “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेलंब –Velainba Name of a summit of Manushottarmountain& its protecting deity. मानुषोत्रर पर्वत का एक कूट व उसका रक्षक एक भवनवासी देव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुकसम श्रोता – Shukasama shrotaa A kind of listener having less grasping capacity as parrot. तोते के सामान श्रोता अर्थात जो दूसरों के समझाने पर कुछ शब्द मात्र ग्रहण कर पाते हैं ” ये माध्यम श्रोता कहलाते हैं “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वेदनाभिभव –Vedanabhibhava A reason of right perception ( by experiencing about the painful results of some wrong doings). सम्यग्दर्शन होने का एक कारण, यह वेदना अमुक मिथ्यात्व व असंयम का फल है इस प्रकार का चिंतन “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वाचिक – Vaachika.: To pay reverence eulogically (directly or indirectly). उपचार विनय के 3 भेदों में एक भेद ; वचनों अर्थात गुणानुवाद द्वारा प्रत्यक्ष या परोक्ष विनय करना “