भावासन्न!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावासन्न – Bhavasanna. Impure saint. जो साधु चारित्र से भ्रष्ट होकर सिध्द मार्ग की अनुयायी क्रियाएं करता है तथा असंयत जनों की सेवा करता है”
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावासन्न – Bhavasanna. Impure saint. जो साधु चारित्र से भ्रष्ट होकर सिध्द मार्ग की अनुयायी क्रियाएं करता है तथा असंयत जनों की सेवा करता है”
धर्ममंत्र Auspicious mystic words. गर्भाधान आदि क्रियाओं में व्यवह्रत पीठिका और जाति मंत्र। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] भूमिस्पर्श:A type of fault related to saint food (touching the land by hands).साधु का आहार संबंधी एक अन्तराय; हाथसेभूमि को छूना।
धर्मचक्री Lord Jinendra having Dharmachakra ahead. जिनेन्द्र देव ; इनके आगे धर्मचक्र चलता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
ऐश्वर्य मद Puff or pride of prosperity. 8 मदों में एक मद, धन सम्पत्ति आदि का घमंड।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
धरणेंद्र Name of the governing demigod of Lord Parshvanath. भगवान पाश्रर्वनाथ का शासन यक्ष, जिसने तपस्या करते समय उनका उपसर्ग निवारण किया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूमिसंस्तर – Bhumisamstara. A suitable land base related to the Samadhi of a Jaina saint. संस्तर के ४ भेदों में एक भेद; जो जमीन मुदु नहीं है, जो छिद्र रहित, प्राणी रहित, प्रकाश युक्त, हो एवं क्षपक के देहप्रमाण और गुप्त हो “
धनाधीस Kuber, the semi-god of wealth. कुबेर; इन्द्र की आज्ञा से जो तीर्थंकरों के कार्य के 6 माह पूर्व से रत्नवृष्टि एवं समवशरण की रचना करता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
एकप्रदेशी Matter having single space-point. काल द्रव्य एकाप्रदेशी कहलाता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भारद्वाज – Bharadvja. Past – birth name of Lord Mahavira, A country of Bharat Kshetra north Arya Khand (region). तीर्थकर महावीर के पूर्वभव का जीव, भरत क्षेत्र उत्तर आर्य खण्ड का एक देश “