तपशुद्धि!
तपशुद्धि Purity through austerity. सदा संयम, समिति, ध्यान और योगों में प्रमाद रहित होते हुए तपश्चरण तथा तेरह प्रकार के चारित्र में उद्यमी रहने हुए पापों का नाश करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तपशुद्धि Purity through austerity. सदा संयम, समिति, ध्यान और योगों में प्रमाद रहित होते हुए तपश्चरण तथा तेरह प्रकार के चारित्र में उद्यमी रहने हुए पापों का नाश करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म निगोद वर्गणा – Sukshma Nigoda Varganaa. A type of aggregate of Karmic molecules. 23 प्रकार की वर्गणाओं का एक भेद ।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भवविपाकी प्रक्रति – Bhavavipaki Prakrti. Maturity of Karmic nature causing different kinds of life courses (body forms). जिन कर्मो का फल मनुष्य आदि भव के रूप में होता है वे भव विपाकी प्रक्रति कहलाती हैं ” चारों आयु भव विपाकी हैं “
तदुभय प्रायश्चित्त A type of repentance (related to self criticism). प्रायश्चित्त के 10 भेदों में एक भेद आलोचना और प्रतिक्रमण दोनों का संसर्ग होने पर दोषों का शोधन होने से तदुभय प्रायश्चित्त है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुसीमा (नगरी) – Suseemaa (Nagari) Name of the main city of Vatsa country situated in the eatern Videh region. पूर्व विदेहस्थ वत्सदेश की मुख्य नगरी ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पासणाहचरिउ – Pasapurana. A book written by Bhattarak Padmakirti. भट्टारक पद्मकीर्ति (ई. सन् १०७७) कृत एक ग्रंथ “
तदिंद्रियालोचन Staring at the beauty of a woman ( with some bad intention). 10 प्रकार के अब्रह्म में एक भेद, स्त्रियों के सुन्दर शरीर का अवलोकन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पालंब – Palamba. Name of a great omniscient in the Tirtha of Lord Mahavira. भगवान वीर के तीर्थ में हुए १० अन्तकृतकेवलियों में एक केवली “
टंडाता गीत Name of a book related to true philosophy of life. संसार दुख दर्शन विषयक एक ग्रंथ। [[श्रेणी:शब्दकोष]]