लोकप्रतर!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकप्रतर – Lokapratar. A very large imaginary mathematical quantity. जगत श्रेणी के वर्ग को जगत्प्रतर कहते हैं अर्थात (7)^2=49 “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोकप्रतर – Lokapratar. A very large imaginary mathematical quantity. जगत श्रेणी के वर्ग को जगत्प्रतर कहते हैं अर्थात (7)^2=49 “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पारिणामिक परमाणु – Parinamika Paramanu. Resultant atoms with the property of absorbing other atoms. संख्यात, असंख्यात स्निग्ध या रुक्ष गुण के अंशो से युक्त अपने रूप में परिणमन कराने वाला परमाणु “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजवृत्ति – राजा का कार्य, पक्षपात हो कुल की मर्यादा, बुद्धि और अपनी रक्षा करते हुए न्याय पूर्वक प्रजा का पालन करना राजाओं की राजवृत्ति कहलाती है। Rajavrtti-Ruling duties of a king
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लोक अनुप्रेक्षा – Lok Anuprekshaa.: One of the 12 reflections (continuous contemplation for pain & pleasure ). 12 भावनाओं में से एक भावना ;लोक की स्तिथि,विस्तार ,जीवों के सुख –दुख आदि का बराबर चिंतन करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पायसागर (आचार्य) – Payasagara (Acarya). Name of a Digambar Jain Acharya, the disciple of Charitra Chakravarti Acharya Shri Shantisagar Maharaj. चरित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांतिसागर जी महाराज के प्रमुख ७ मुनि शिष्यों में से एक प्रभावक आचार्य “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ममकार – Mamakara. My-ness , A feeling of mine with worldly objects. आत्मा से भिन्न पर पदार्थों में मेरेपन का भाव ममकार हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लीन- Leen.: Deeply engrossed or immersed (in). रत, स्थिर या तन्मय होना “
त्रिबार सामायिक Observing equanimity three times with meditation. पूर्वान्ह , मध्यान्ह , अपरान्ह, तीनों कालों में सामायिक करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == सम्यक् दर्शन : == सम्मद्दंसणलंभो वरं खु तेलोक्कलंभादो। —भगवती आराधना : ७४२ सम्यक् दर्शन की प्राप्ति तीन लोक के ऐश्वर्य से भी श्रेष्ठ है। यथार्थतत्त्व श्रद्धा सम्यक्त्वम्। —जैन सिद्धान्त दीपिका : ५-३ जीवादि तत्त्वों की यथार्थश्रद्धा (सम्यक्—विचार) करना सम्यक् दर्शन है। दर्शनभ्रष्टा: भ्रष्टा:, दर्शनभ्रष्टस्य नास्ति निर्वाणम्। सिध्यन्ति चरितभ्रष्टा:,…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लाब्धिसम्पन्न ऋषि – सम्यग्दर्षन प्राप्ति का एक निमित लब्धिसम्पन्न ऋशियो का दर्षन। Labdhisampanna Rsi-Super saints, visiting of whom is a cause of right faith