भूधरदास!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूधरदास – Bhudharadasa. Name of a writer who wrote Parshvanath Puran, Pada Sangrah (poetic compositions) etc. many great books. पाशर्वनाथपुराण; जैन शतक, पद संग्रह आदि के कर्ता “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भूधरदास – Bhudharadasa. Name of a writer who wrote Parshvanath Puran, Pada Sangrah (poetic compositions) etc. many great books. पाशर्वनाथपुराण; जैन शतक, पद संग्रह आदि के कर्ता “
तारा The mother’s name of 8th Chakravarti Subhaum (an emperor). 8 वें चक्रवर्ती सुभौम की वर्तमान माता।[[श्रेणी: शब्दकोष ]] या A type of stellar deities, Aboding space vehicle of stellar deities. ज्योतिषी देवों का एक भेद। ज्योतिषी देवों के विमान। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खंडित Division of any quantity, Wornout, Mutilated. गणित की भागाहार विधि में भाज्य राशि को भागाहार करना, मूर्ति आदि का कोई हिस्सा टूट जाना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] प्रकाश स्वभाव – Prakasha Svabhava. Luminous nature. तेजस्व प्रकृति “
तर्क संगति Following the absolute facts of Jaina-scriptures. आगम प्रामाणिकताओं को अपनाना या मानना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भुवनाम्बिका – Bhuvanambika. An addressing word for Marudevi-mother of Lord Rishabhadev. मरूदेवी जिन्हें वृषभदेव भगवान की जननी होने से भुवनाम्बिका (अर्थात् जगत माता) नाम से सम्बोधित किया गया था “
तरुण सागर (मुनि) Trees. आचार्य श्री पुष्पदंतसागर महाराज के एक प्रभावक शिष्य, 20वीं शताब्दी में सबसे छोटी उम्र में दीक्षा धरण कर अपनी ओजस्वी प्रवचनशैली से आप क्रांतिकारी संत के रुप में प्रसिद्ध हुए है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खण्डकल्पना Imagination of partition-region(of indivisible matters like sky etc.) विभाग कल्पना; आकाश द्रव्य अविभागी (अखण्ड) है फिर भी उसमें (प्रदेशरूप) खण्ड कल्पना हो सकती है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == श्रम : == इह लोगणिरावेक्खो, अप्पडिबद्धो परम्मि लोयम्हि। जुत्ताहार—विहारो, रहिदकसाओ हवे समणो।। —प्रवचनसार : ३-२६ जो कषायरहित है, इस लोक में निरपेक्ष है, परलोक में भी अप्रतिबद्ध (अनासक्त) है और विवेकपूर्वक आहार–विहार की चर्या रखता है, वही सच्चा श्रमण है। आगमहीणो समणो णेवप्पाणं परं वियाणादि। —प्रवचनसार : ३-३०…