तृतीय काल!
तृतीय काल A type of particular time period (plentitude-cum-penury). सुषमा दुषमा काला, इसमें जघन्य भोगभूमि की व्यवरूथा होती है। , [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तृतीय काल A type of particular time period (plentitude-cum-penury). सुषमा दुषमा काला, इसमें जघन्य भोगभूमि की व्यवरूथा होती है। , [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिखरी – Shikharee. Having to do with summit or a peak, Name of a mountain of jambudvip (island). जिसके शिखर अर्थात कूट हो उसकी शिखरी संज्ञा है, जम्बूद्वीप का छटा कुलाचल, यह पर्वत हेममय है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चल चित्त – Nishchal Chitta. Absolute concentration on the soul. सर्व द्रव्यों में रागद्वेष का अभाव तथा आत्मस्वरूप में लीन रहना “
तृतीय भूमिका See – Tîsarî Bhýmikå. देखें- तीसरी भूमिका। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शास्त्राध्ययन – Shaastraadhyayana. Study of the scriptures and thinking over it. जिनागम का अभ्यास, पठन-पाठन करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय वीर्य – Nishchaya Veerya. Super power of soul. शुद्ध आत्म स्वरुप की शक्ति “
तिर्यग्योनि Form of Tiryanch beings i.e. the beings other than celestial, infernal and human beings. तिर्यचयोनि उपपाद जन्म वाले और मनुष्यों के अलावा शेष सभी एकेनिद्रय से पंचेन्द्रिय तक के जीव तिर्यंचयोनि वाले कहलाते हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शारीरिक दुःख – Shareerika Dukha. Physical pain. दुःख के 4 भेदों में एक भेद; रोगादि से उत्पन्न होने वाला शरीर संबंधी दुःख “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निश्चय पंचाशत – Nishchaya Pannchaashata. Name of a treatise. शुद्धात्मस्वरुप विषयक एक ग्रंथ-पद्यनंदिपंचविंशतिका का एक अध्याय “
तिलक Sectarian mark made (with saffron, sandal etc.) chiefly on the forehead, A city in the north of Vijayardh mountain, Name of the initiation – tree of Lord Kunthunath. केसर आदि से ललाट में जो टीका लगाया जाता है उसे तिलक कहते है । विजयार्थ की उत्तर रेणी का एक नगर, भगवान कुन्थुनाथ के दीक्षा…