देवपूजा!
देवपूजा Worshipping of Lord Arihant. श्रावक के षट्आवश्यक कत्र्तव्यों में प्रथम कत्र्तव्य अष्ट द्रव्यों से अरहंत, सिद्ध भगवन्तों की पूजा करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देवपूजा Worshipping of Lord Arihant. श्रावक के षट्आवश्यक कत्र्तव्यों में प्रथम कत्र्तव्य अष्ट द्रव्यों से अरहंत, सिद्ध भगवन्तों की पूजा करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बिंदु – Bindu. A large number (10,000,000)^7 एक संख्या प्रमाण “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतीत्य सत्य- pratitya satya Truth related to conviction अन्य की अपेक्षा से जो कहा जाय सो वह प्रतीत्य सत्य है।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावार्थ – Bhavartha. Meaning, explanation, purport. आगम का अर्थ निकालने की विधि; भावों का अर्थ करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिसेवना काल- pratisevana kala period or repentance of faults व्रतादिकों में अतिचार लगने पर प्रायषिचत से शुद्धि करने के लिये कुछ दिन अनषनादि तप करना।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यथाख्यात संयम–Yathakhyata Sanyam. Revelation of absolute conduct. वीतराग संयम जो मोहनी कर्म के उपशांत या क्षय हो जाने पर प्रगट होता है”
[[श्रेणी: शब्दकोष]] स्ववृत्ति – Svavrtti. Contemplatlion about self. आत्मा मे प्रवृत्ति रुप ध्यान अर्थात् बाह्म चिंताओ से निवृत्ति होना।
त्रींद्रिय Living beings having three sense organs. जीव जिनके स्पर्शन , रसना और घ्राण इन तीन इन्द्रियधारी तिर्यंचों में जन्म हो। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शैला – Shailaa. Name of the 16th earth of the Khar division of Ratanaprabha earth. पहली रत्नप्रभा पृथ्वी के खारभाग में 16वीं पृथ्वी जो 1000योजन मोटी है “