महापुराण प्रवचन-९
महापुराण प्रवचन महापुराण प्रवचन श्रीमते सकलज्ञान, साम्राज्य पदमीयुषे। धर्मचक्रभृते भत्र्रे, नम: संसारभीमुषे।। महापुराण ग्रंथ दो भागों में विभक्त है-आदिपुराण और उत्तरपुराण। आचार्यों ने भगवान को भी पुराण शब्द से सम्बोधित किया है-पायादपायात्पुरुष: पुराण: (विषापहारस्तोत्र) महापुराण के प्रथम भाग आदि पुराण में भगवान ऋषभदेव अपने दशवें भवपूर्व के प्रकरण में राजा महाबल की पर्याय में धर्मध्यानपूर्वक…