रात्रि भोजन निषेध – वैज्ञानिक एवं आरोग्य मूलक विश्लेषण
रात्रि भोजन निषेध – वैज्ञानिक एवं आरोग्य मूलक विश्लेषण सारांश श्रावक हो या साधु, दोनों को ही व्रतों की रक्षा के लिए अनस्तमित अर्थात् दिवा भोजन नामक व्रत का पालन करना आवश्यक है। त्याग पूर्वक व्रताचरण में जीवन व्यतीत करने वाला श्रावक ही बुद्धिमान है। रात्रि में भोजन करने वालों के अनिवार्य रूप से हिंसा…