शुद्ध नय!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध नय – Shuddha Naya. Standpoint related to purity believing soul as a supreme one. जो नय आत्मद्रव्य को निरुपाधि स्वभाववाला (ब्रह्मरूप) ग्रहण करता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध नय – Shuddha Naya. Standpoint related to purity believing soul as a supreme one. जो नय आत्मद्रव्य को निरुपाधि स्वभाववाला (ब्रह्मरूप) ग्रहण करता है “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूढ़शिष्य–Muudhshishya. An ignorance disciple. अज्ञानी, अविवेकी शिष्य जिसे उपदेश देना व्यर्थ होता है”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वायुकायिक – Vaayukaayika.: Air-bodies beings (one sensed). स्थावर जीवों का एक भेद , वायु ही जिसका शरीर है उसे वायुकायिक जीव कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुनर्विवाह – Punarvivaha. Remarriage. एक बार विवाह करने के बाद पुनः दूसरा विवाह करना.प्राचीन भारतीय संस्कृति के अनुसार स्त्रियों का पुनर्विवाह वर्जित है “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मूर्तिक पदार्थ–Muurtik Padarth. Tangible matters, which can be touched, tested & felt etc. रूपी पदार्थ जिसमे स्पर्श, रस, गंध, वर्ण गुण पाए जाते है”
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघ–Megh. Name of the 20th Patal (layer) of Saudharma heaven, Clouds, Name of kings Yadu and Rakshas dynasties. सौधर्म स्वर्ग का20वापटल, बादल; जो संभवनाथ भगवान्, विमलनाथ भगवान् व अभिनंदननाथ के वैराग्य का कारण है, यदु(यादव) वंश एवं रक्षासवंश के राजाओ का नाम”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुद्गलराशि – Pudgalarasi. An infinitely infinite quantity. द्रव्य गणना की अपेक्षा एक सहनानी; १६ख.(सम्पूर्ण जीव राशि का अनंतगुणा) “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मिश्र शल्य–Mishra Shalya. A type of internal sting. द्रव्य शल्य के तीन भेद मै से एक भेद; सचित्त एवं अचित्त दोनों प्रकार के द्रव्यों में ममत्व भाव”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुण्यानुबंधी पुण्य – Punyanubandhi Punya. Right use of possessed right virtues & qualities. पुण्य के उदय से प्राप्त बुध्दि, कौशल आदि क्षमताओं को पुण्यार्जन में लगा देना “