राजर्शि!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजर्शि – ऋशि का एक भेद – विक्रिया और अक्षीण षक्ति के धारक साधु। Rajasrsi- A type of saints possessing super powers
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजर्शि – ऋशि का एक भेद – विक्रिया और अक्षीण षक्ति के धारक साधु। Rajasrsi- A type of saints possessing super powers
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संक्षेप सम्यग्दर्शन – Sankshepa Samyagdarshana. Right faith gained through brief description of scriptures. जिनागम में कहे गये जीवादि पदार्थों को संक्षेप से सुनकर या जानकर जो सम्यग्दर्शन होता है “
चक्षुःश्रवा A sanke having hearing sense through eyes. सरो, यह आँख के मार्ग से ही सुनता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रोषधोवास- पर्व (अश्टमी, चतुर्दषी आदि) के दिनों में चारों पगाकर के आहार का त्याग करके धर्म ध्यान में दिन व्यतीत करना। Prosadhopvasa- fasting (on 8th & 14th day etc of each fortnight
दण्डक्रीड़ा A game which is played by stick, rod. दण्ड से खेला जाने वाला खेल। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंधापसरण- देखें- बंध अपसरण। Bandhapasarana- See bandha Apsarana
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संकलन व्यवहार – Sankalana Vyavahaara. A mathematical operation, Integration. श्रेणी व्यवहार गणित; दो चार राशियों तक सीमित न रखकर धारावाही रूप से जोड़ना अर्थात् समान वृद्धि को लिये अनेक अंको की लम्बी धारा या श्रेणी में यह गणित काम आता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रेत्य भाव- मकर फिर किसी शरीर में जन्म लेना। Pretya bhava- Taking rebirth
देवर्षि A special type of heavenly deities (Laukantik Dev). लौकांतिक देव।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] षष्ठीव्रत – Sastheevrata. A particular & procedural vow (fasting) to be observed for six years. 6 वर्ष तक प्रतिवर्ष श्रावण शु. 6 के दिन उपवास करना एवं ‘ओं ह्रीं श्री नेमिनाथाय नमः’ मंत्र का त्रिकाल जाप करना “