भास्करनंदी!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भास्करनंदी – Bhaskaranandi. Name of a saint who wrote ‘Dhyanstava’ and other treatises. मुनि; तत्त्वार्थसूत्र की सुखबोधिनी व्रत्ति तथा ध्यानस्तव के रचयिता ” समय – ई.श. १४ “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भास्करनंदी – Bhaskaranandi. Name of a saint who wrote ‘Dhyanstava’ and other treatises. मुनि; तत्त्वार्थसूत्र की सुखबोधिनी व्रत्ति तथा ध्यानस्तव के रचयिता ” समय – ई.श. १४ “
ऊहा Synonym word of Iha (reflective speculation, curiosity). ईहा का पर्यायवाची।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
इंद्रध्वज विधान A book written by Ganini Gyanmati Mataji related to Pooja-Vidhan (worshipping). गणिनी आर्यिका श्री ज्ञानमति माताजी द्वारा मध्यलोक के 458 आकृत्रिम जिन-चैत्यालयों की पूजन हेतु रचित एक अनुपम कृति (ई.स.1976)। वर्षा के अभाव में इस विधान को करने की प्राचीन परम्परा है। वर्तमान में अपने मनोरथों की सिद्धि हेतु भी लोग इस विधान…
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हृद – Hrada. A large pond, large lake, water reservoir. तालाब, कुण्ड (6 वर्षधर पर्वतो पर स्थित है, इनमें से गंगा आदि 14 नदियां निकलती है)।
आदिकर्म Six fundamental duities of mundane life given by Lord Rishabhdev (Asi, Masi, Krishi, Vidya, Vanijya & Shilp). युग की आदि में कहे गये असि,मसि,कृषि, विद्या, वाणिज्य एंव शिल्परूप छः कर्म।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हूहू – Huuhuu. A type of peripatetic deities, a large unit of time. गंधर्व नाम के व्यंतर देवांे का एक भेद। कोल का एक प्रमाण, हूह्नंग प्रमित काल के 84 लाख से गुणित होने पर प्राप्त काल।
[[श्रेणी: शब्दकोष]] हितोपदेश – Hitopadesa. Benevolent speech, spiritual preaching. जिस धर्म उपदेष के द्वारा प्राणीमात्र का हित होता है।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हास्य – Haasya. Laughing or laughter. नोकषाय का एक भेद। हंसने को हास्य कहते हैं।
इंद्रभूति Name of the first chief disciple of Lord Mahavira. भगवान महावीर के प्रथम गणधर का नाम जो पूर्व में गौतम गोत्रीय ब्राह्मण थे।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]]हरिषेण – Harisena. Name of a residential celestial deity, name of the 10th Chakravarti (emperor). भवनवासी देवो का 11 वां इन्द्र। 10 वें चक्रर्ती, ये तीर्थकर मुनिसुव्रतनाथ के तीर्थ मे हुए थे।