आबाधा!
आबाधा A time period between binding & fruition of Karmas. कर्म प्रकृति बंध होने के बाद जब तक उदयरूप व उदीरणा रूप वह कर्म प्रकृति हो तब तक का काल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
आबाधा A time period between binding & fruition of Karmas. कर्म प्रकृति बंध होने के बाद जब तक उदयरूप व उदीरणा रूप वह कर्म प्रकृति हो तब तक का काल।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्रव्य विशेष Excellence of a matter. जीव पुद्गलादि में अमूर्तिक-मूर्तिक विशेष धर्म । [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आप्तमीमांसा विवृद्धि A book written by ‘Kumarsen’. कुमारसेन (ई. सन्696) द्वारा रचित एक ग्रंथ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्रव्य प्रत्याख्यान Resolution for the renunciation of non-acceptable matters. अयोग्य आहार, उपकरण वगैरह पदार्थों को ग्रहण नहीं करूँगा ऐसा संकल्प करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्य निबंधन Binding of two matters. जो द्रव्य जिन द्रव्यों का आश्रय करके परिणमन करता है , अथवा जिस द्रव्य का स्वभाव द्रव्यान्तर से प्रतिबद्ध है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीभूषण – Shreebhoosana. Name of a Bhattarak, the writer of many books like Shantinath Puran, Pandav Puran etc. शांतिनाथ पुराण, पांडव पुराण, द्वादशांग पूजा तथा प्रबोध चिंतामणि के कर्ता एक भट्टारक “
द्रव्य इंद्रिय Physical senses (for touch, taste, smell etc.) स्पर्शन, रसन, घ्राण, चक्षु और श्रोत ये 5 द्रव्य इंद्रियाँ होती हैं ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] श्रीकांता – Shreekaantaa. Mother’s name of Jaina Lord Kunthynath, The Vapis (like large lakes) in the forest (Nandan etc.) of Sumeru mountain. तीर्थंकर कुंथुनाथ की माता राजा शूरसेनी की रानी, सुमेरु पर्वत के नंदन आदि वनों में स्थित वापियां “
द्योत्यद्योतक भाव A relation between one enlightening and enlightened one. संबंध का एक भेद- प्रकाशित होने वाला पदार्थ द्योत कहलाता है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]