नीलकंठ!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीलकंठ – Neelakantha. Name of the 3rd predestined Pratinarayan of Bharat Kshetra (Region). भरतक्षेत्र के आगामी तीसरे प्रतिनारायन “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीलकंठ – Neelakantha. Name of the 3rd predestined Pratinarayan of Bharat Kshetra (Region). भरतक्षेत्र के आगामी तीसरे प्रतिनारायन “
द्योत्यद्योतक भाव A relation between one enlightening and enlightened one. संबंध का एक भेद- प्रकाशित होने वाला पदार्थ द्योत कहलाता है।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शिवभूति – Shivabhooti. A Digambar Jaina saint, who got omniscience ultimately on knowing the principle of sperateness of soul & body. शिवाभूति ने जिनकल्प (दिगम्बरता) को स्वीकार किया था और ज्ञानावरणी कर्म के उदय से इन्हें कुछ याद नहीं रहता था पुनः ‘तुषमाष भिन्न’ इस सूत्र का चिंतन करते हुए आत्मा और शरीर को…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नीचकुल – Neechkula. Low caste group. निंद्य कुल जहाँ प्रायः आचार-विचार हीन रहते है “
दैवी मीमांसा A philosophy related to fate. नियति का विशेषरूप से विचार।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचन शुद्धि –Vachan Shuddhi Polite & wise speech. पीडादायक , कठोर या असभ्य वचन नहीं बोलना तथा हित मित मधुर वचन बोलना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुद्धिल – Buddhila. Name of great Acharya possessing knowledge of 11 Angas & 10 Purvas. वीर निर्वाण के पश्चात् हुए १० पूर्व एंव ११ अंग धारी ११ मुनियों में ९ वें मुनि , अपरनाम बुद्धिलिंग था “
दुर्ध्यान Sorrowful & aggressive conception (i.e. Artta & Raudra Dhyan).आर्त और रौद्र ध्यान, ये संसार के कारण हैं।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वचनगुप्ति – Vachangupti.: Controlling of the speech. गुप्ति के 3 भेदों में एक भेद; वचनों को वश में करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] निष्पत्ति – Nishpatti. Origination, Completation, Certainty. जन्म, उत्पत्ति, समाप्ति, पूर्णता “