पित्त!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पित्त – Pitta. Bile (a bitter fluid secreted by the liver). औदारिक शारीर में यकृत द्वारा स्त्रावित पित्त नामक धातु “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पित्त – Pitta. Bile (a bitter fluid secreted by the liver). औदारिक शारीर में यकृत द्वारा स्त्रावित पित्त नामक धातु “
[[श्रेणी :शब्दकोष]] यजुर्वेद–Yajurved. One of the four great and sacred vedic scriptures. वैदिक परम्परा के4 वेदों में एक वेद का नाम”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म कृष्टि – Suksma Krishti. Gradual destruction of Karmas. कर्मो के अनुभाग को घटाकर सूक्ष्म कर देना ।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुषमा सुषमा काल – Sushamaa- Sushamaa Kaala. Extremely pleasant period of worldly cycle (the 1st of Avasarpini Kal & the 6th of Utsarpini Kal according to Jaina Philosophy). अवसर्पिणी के प्रथम काल और उत्सर्पिणी के छटें काल का नाम । इसमें उत्तम भोगभूमि रहती है एवं इसका काल 4 कोड़ाकोड़ी सागर का है। इस…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायमालाविस्तर – Nyaayamaalaavistara. Name of a book written by Shri Madhav. मीमांसादर्शन साहित्य प्रवर्तक श्री माधव द्वारा रचित एक ग्रंथ “
दानवीर Extremely charitable, A title, Philanthrophist. महान दानी व्यक्तियों की एक उपाधि, भामाशाह को यह उपाधि प्राप्त थी। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == कुपुत्र : == सयलजणनयणकडुयं नित्यामं तह पयायपरब्भट्ठं। नियतणयं धूमं पेच्छिऊण छारं गओ अग्गी।। —गाहारयणकोष : ८१० समस्त लोगों की आँखों को कडुवा लगने वाला, पुरुषार्थ रहित, प्रताप से भ्रष्ट अपने पुत्र धुएं को देखकर आग (लज्जा से) स्वयं जलकर राख बन गई है। (बड़े व्यक्ति भी अपने कुपुत्रों से…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वर्गमूल – Vargamoola.: Square root of any number (a mathematical operation). गणित सम्बन्धी ; किसी वर्गफल के दो बराबर गुणनखंड करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पार्श्वभाग – Parsvabhaga. Lateral face. निकटवर्ती या बगल का भाग “