घातायुष्क!
घातायुष्क A type of deities (who are born in lower heavens due to degradation). जो अधिक आयु बांधकर बाड़ में संक्लेश परिणामों के कारण नीचे के स्वर्गों में उत्पन्न होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
घातायुष्क A type of deities (who are born in lower heavens due to degradation). जो अधिक आयु बांधकर बाड़ में संक्लेश परिणामों के कारण नीचे के स्वर्गों में उत्पन्न होते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भ्रांत:Invalid, Incorrect, Name of the 4th Patal (layer) of the 1st earth. भूला हुआ, कुपथगामी, भूल, प्रथम पृथ्वी का चतुर्थ पटल “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] मनुष्यायु कर्म प्रकृति- Manushyaayu Karma Prakrti. Karmic nature causing human body. जिस कर्म के उदय से जीव मनुष्य देह में रहे “
गुणनंदि A disciple of Acharya Jainandi. आचार्य जयनंदि के शिष्य तथा वज्रनंदि के गुरु (ई.४३६-४२)।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रायचन्द्र – षताविधानि एक चिद्वान श्रावक गुजरात में पंचाण भाई मेहता के पुत्र। आपको जति स्मरण था। महात्मा गांधी जी धर्मक्ष्रेत्र में अपना मार्गदर्षक मानते हैं। अपरनाम श्रीरामचंन्द्र। Rayacamdra-The other name of ‘Shrimad rajchandra’, who was the son of ‘Panchanbhai Mehta’ & spiritual guide of ‘Mahatma Gandhi’
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोग:Worldly or sensual enjoyments. भोजन वस्त्रादि पंचेन्द्रिय सम्बंदी विषय भोग पदार्थ कहलाते है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूचकवर – मध्य लोक का 13 द्वीप व सागर। Rucakavara-The 13th island and ocean of middle universe
गाय Cow, A type of listener. एक पशु,स्ग्रोता का एक भेद ; जैसे गाय तृण खाकर दूध देती है , वैसे ही जो श्रोतागण थोड़ा उपदेश सुनकर बहुत लाभ लिया करते हैं ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]