भयत्याग!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भयत्याग – Bhayatyaga. A type of reflection, to be fearless. सत्यव्रत की ५ भावनाओं में एक भावना; भीति त्याग “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भयत्याग – Bhayatyaga. A type of reflection, to be fearless. सत्यव्रत की ५ भावनाओं में एक भावना; भीति त्याग “
दिशा- विदिशा Directions & subdirections. पूर्व पश्चिम आदि 4 दिशा एंव ईशान आग्नेय आदि 4 विदिशा कहलाती हैं। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विप्राणस मरण – Vipranasa Marana. A kind of holy death (with abandoning meals in the obstructing period of religious observances). १७ प्रकार के मरण के भेदों में एक भेद; यह मरण उसके होता है जो अपने व्रत क्रिया चारित्र में उपसर्ग आने पर ष भी नहीं सकता और भ्रष्ट होने के भय…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोत्वचा – Notvachaa. Upper skin of bark. वृक्ष या स्कन्धोंकी छाल को त्वचा तथा उसके ऊपर जो पपड़ी का समूह होता है उसे नोत्वचा कहते है “
दृश्यचित्र Landscape painting, picturesque.दिखलाई देने वाला चित्र।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शीलव्रत – Sheelavrata. A particular vow (fasting) to be observed with particular procedure. वैशाख शुक्ला 6 के दिन (भगवान अभिनंदन का मोक्ष कल्याणक दिवस) 5 वर्ष पर्यत उपवास करना एवं ‘ओं हीं अभिनंदनजिनाय नमः’ का त्रिकाल जाप करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नोकर्म आहार – Nokarma Aahaara. Intake of Nokarma Varganas cousing formation of gross body. शरीर निर्माण के निमित्तभूत नोकर्म वर्गंणाओ का आना ‘नोकर्म आहार कहलाता है ” यह समस्त सांसारिक प्राणियों के तो होता ही है तथा केवली भगवान के भी पर्मौदारिक शरीर के निमित्त से नोकर्माहार मन गया है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वज्रार्गल –Vajraargal: Name of the 13th city of southern Vijayardh mountain. विजयार्ध की दक्षिणश्रेणी का 13वां नगर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] नैष्ठिक ब्रह्मचारी – Naishthika Brahmchaari. A celebate following the prescribed riles 7th Pratima. सातवीं ब्रह्मचर्यप्रतिमा के नियमों का पालने वाला ब्रह्मचारी”