चन्द्रद्रह!
चन्द्रद्रह Name of a Drah (large pond or lake). उत्तरकुरु के दस द्रहों में से दो का नाम चंद्र है, ताला; नील पर्वत से साढ़े पांच सौ योजन दूर नदी के मध्य में स्थित है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चन्द्रद्रह Name of a Drah (large pond or lake). उत्तरकुरु के दस द्रहों में से दो का नाम चंद्र है, ताला; नील पर्वत से साढ़े पांच सौ योजन दूर नदी के मध्य में स्थित है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पालंब – Palamba. Name of a great omniscient in the Tirtha of Lord Mahavira. भगवान वीर के तीर्थ में हुए १० अन्तकृतकेवलियों में एक केवली “
गृहक्षोभ Name of a dominion (Varsha Ritu Nivas) of Chakravarti (emperor). गृहस्थी से उत्पन्न संक्लेश, राक्षस वंश का एक राजा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वराटक – Varaataka.: A small shell, a cowrie (used as coin). कौड़ी – दो इन्द्रिय (स्पर्शन, रसना )जीव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायदीपावली – Nyaayadeepaawali. Name of a book written by Anandbodh. वैदिक साहित्य प्रवर्तक आनन्दबोध (ई.श. 11-12) द्वारा रचित एक ग्रंथ “
गुणश्रेणी आयाम Multiple progression length. गुणश्रेणी के कर्म निषेकों का प्रमाण।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वपुः स्पर्श – Vapu Sparsh. Touching the body organs (a fault of meditative relaxation). व्युत्सर्ग (कायोत्सर्ग ) का एक दोष ; शरीर को इधर – उधर स्पर्श करते हुए कायोत्सर्ग करना “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भयद्विक् – Bhayadvik. Dyad of Karmic nature related to fear. भय, जुगुप्सा (कर्म प्रकृतियों से संबंधित) “
गतिमार्गणा Investigation of beings in different body forms. चार गतियों में जीवों की खोज, इनमें सर्व संसारी जीव मिल जावेंगे ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]