दशांग भोग!
दशांग भोग 10 types of enjoyments related to food, sleeping etc. 10 प्रकार के भोग-भजन, भोजन, शयया, सेना,यान, आसन, निधि, रत्न, नगर और नाट्य।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दशांग भोग 10 types of enjoyments related to food, sleeping etc. 10 प्रकार के भोग-भजन, भोजन, शयया, सेना,यान, आसन, निधि, रत्न, नगर और नाट्य।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खण्डकल्पना Imagination of partition-region(of indivisible matters like sky etc.) विभाग कल्पना; आकाश द्रव्य अविभागी (अखण्ड) है फिर भी उसमें (प्रदेशरूप) खण्ड कल्पना हो सकती है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == श्रम : == इह लोगणिरावेक्खो, अप्पडिबद्धो परम्मि लोयम्हि। जुत्ताहार—विहारो, रहिदकसाओ हवे समणो।। —प्रवचनसार : ३-२६ जो कषायरहित है, इस लोक में निरपेक्ष है, परलोक में भी अप्रतिबद्ध (अनासक्त) है और विवेकपूर्वक आहार–विहार की चर्या रखता है, वही सच्चा श्रमण है। आगमहीणो समणो णेवप्पाणं परं वियाणादि। —प्रवचनसार : ३-३०…
दर्शनाचरण Observance of all parts of right perception. सम्यग्दर्शन के 8 अंगों का पालन करना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
खड्ग’ Sword, One of the 14 jewels of Chakravarti (emperor). तलवार, चक्रवर्ती के चौदह रत्नों में से एक ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दत्तावधान बुद्धि An intelligence which is caused in making interest about any subject. किसी विषय में रूची या श्रद्धा होना। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रतिरूपण – Pratirupana. Modelling, counter image. अनुरूप बनाना, नमूने के अनुसार बनाना “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भोक्ता भोग्य भाव:Instinction related to enjoyer & enjoyables. में भोगने वाला हूँऔर यह भोगने योग्य है ऐसा भाव “
[[श्रेणी: शब्दकोष]] भेरी :A musical instrument used at the beginning of war. युद्ध के लिए प्रस्थान करते समय बजाया जाने वाला वाघ “