गरूडेंद्र!
गरूडेंद्र A celestial deity (Indra). एक इन्द्र; वंशधर पर्वत पर पूर्वभव के पुत्र देशभूषण व कुलभूषण मुनियों का राम लक्ष्मण द्वारा युप्सर्ग निवारण किए जाने पर गरूडेंद्र ने उनको संकट के समय रक्षा का वर दिया ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गरूडेंद्र A celestial deity (Indra). एक इन्द्र; वंशधर पर्वत पर पूर्वभव के पुत्र देशभूषण व कुलभूषण मुनियों का राम लक्ष्मण द्वारा युप्सर्ग निवारण किए जाने पर गरूडेंद्र ने उनको संकट के समय रक्षा का वर दिया ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
द्वादशवर्षी दुर्भिक्ष Twelve years dearth or famine which caused the origination of the Shvetambar Jain sect. वीर निमार्ण के 133 वर्ष पश्चात् अर्थात् आज से लगभग 2400 वर्ष पूर्व पंचम श्रुतकेवली ‘भद्रबाहु’ के काल में उज्जैन आदि उत्तरभारत के क्षेत्रों में 12 वर्षीय दुर्भिक्ष (अकाल) पड़ा, जिसकी आचार्य भद्रबाहु द्वारा भविष्यवाणी सुनकर सभी दिगम्बर मुनि…
गर्भगृह Confinement room, Sanctum, a sacred place or shrine cell. मंदिर के बीच का प्रधान भाग जिसमें मुख्य भगवान की प्रतिओमा रखी जाती है , भवनवासी देवों के भाव्नॉन में एक गृह ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बाह्य सरंचना – Bahya Samracana. Exterior structure of body. बाह्य निवृति; पुदूगलों की इन्द्रयों के आकाररूप रचना होना “
आवर्त Turning movement of joined hands during Samayik etc. A king of Rakshas dynasty, A country of Vindhyachala of Bharat kshetra, A country of north Bharat kshetra in the middle of Mlechcha khand, A city of south of Vijayardha . सामायिक करने के समय जोड़े हुए हाथों को अपनी बांई तरफ से दाहिनी तरफ ले…
गति-अगति(गुण प्राप्ति) Possibility of virtues in different body forms (Gatis). किस गति से किस गति में उत्पन्न जींव कौन-कौन से गुण उत्पन्न करने योग्य हो सकता है ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पूर्व पक्ष – Poorva Paksha. Prime facie view. वाद-विवाद के दौरान वादि के द्वारा प्रस्तुत किया गया प्रथम पक्ष “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] वीरसेन –Virasena Name of a great Jain Acharya, the writer of commentary on great treatises (Shatkhandagam and Kashaypahud) पंचस्तूप संघ के आर्यनदी के शिष्य और जिनसेन के गुरु “आपने षटखण्डागम तथा कषायपाहुड सिध्दांत ग्रंथो पर धवला व जयधवला नाम की विस्तृत टिकायें लिखीं “
खेटक Villages, one of glories of Baldev. गाँव, बलदेव के वैभवों में एक वैभव. ८००० खेटक बलदेव के आधीन होते हैं । [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशेष क्षेत्र – Vishesha.Kshetra. A type of particular spacious region. केवल प्रदेश सामान्य क्षेत्र तथा यह वस्तु का प्रदेश रूप अंशमयी अर्थात् अमुक द्रव्य इतने प्रदेश वाला है, इत्यादि विशेष क्षेत्र कहलाता है “