चलाचल!
चलाचल Movables and immovables (reg. all beings). संसारी जीव के चालित , अचलित , चलिताचलित प्रदेशों में तीसरा भेद ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चलाचल Movables and immovables (reg. all beings). संसारी जीव के चालित , अचलित , चलिताचलित प्रदेशों में तीसरा भेद ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पर्ष भागाभाग विधान – Sparssana Bhagaabhaaga Vidhaana. A type of Anuyogdwar (disquisition door).देखे- स्पर्ष अंतर विधान।
[[श्रेणी :शब्दकोष]] मेघनाद–Meghnad. Son of the king ‘Meghvahan’ of Gaganvallabh city, Past birth name of the 1st chief disciple of Lord Shantinath, A son of Ravan. गगनवल्लभ नगर के राजा मेघवाहनका पुत्र, शांतिनाथ भगवान् के प्रथम गणधर के छठे पूर्वभव का जीव, रावण का पुत्र (अपरनाम–इन्द्रजीत)”
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्पर्ष क्षेत्र विधान – Sparssa Ksetra Vidhaana. A type of anyyogdwar (disquisition door), contact of matters with atmosphere.देखे- स्पर्श अंतर विधान, जो द्रव्य एक क्षेत्र के साथ स्पर्ष करता है वह सब एक क्षेत्र स्पर्श है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शेषवती – Sheshavatee. Name of female divinity of Ruchak mountain. रुचक पर्वत निवासिनी दिक्कुमारी देवी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थूल -स्थूल – Sthuula-Shuula. Solid materials (which can not be rejoined on breaking).स्कंध के 6 भेदो मे अंतिम भेद। जो स्कंध टूटने पर स्वंतः नही जुड़ सकते ऐसे काष्ठ, पत्थर आदि।
देवागंना Female deities. देवियाँ- इनका जन्म केवल प्रथम एंव दूसरे स्वर्ग में होता है। और 16 स्वर्गों तक अपने-अपने नियोगी देवों द्वारा ले जायी जाती है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] बुभुक्षा काल – Bubhuksa Kala. Period of hunger. भिक्षा योग्य एक काल; भूख की तीव्रता , मन्दता एंव स्वास्थ्य आदि का विचार करना “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्थिति खंड – Sthiti Khamda. Destruction of Karmic binding with soul.ऊपर के कर्म निषेको को नीचे के निषेकरुप परिणमा कर स्थिति को धटाना।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सज्जनचित्तवल्लभ – Sajjanacittavallabha. Name of a treatise written by Acharya Mallishen. आचार्य मल्लिषेण (ई. 1047) द्वारा रचित अध्यात्म उपदेश रूप संस्कृत छंदबद्ध ग्रंथ ” इसमें 25 श्लोक हैं “