सम्यक!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सम्यक – Samyak. Real, True, Right, Just. समीचीन, यथार्थ।
देवदर्शन Paying reverence to Lord- Arihant with proper procedure. जिनेन्द्र भगवान का विधिपूर्वक दर्शन करना, जिससे करोड़ों उपवास का फल प्राप्त होता है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
चैत्यवासी A particular stream of Shvetambar saints. श्र्वेताम्बर साधु परम्परा के एक गच्छ का नाम ।।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्त्यानगृद्वि – Styanagraddhi. To commit abnormal activity in the state of somnambulism (walking habit in the sleeping state).5 निद्रांओ मे एक निन्द्रा, स्वप्न मे उठकर व्यक्ति कोई भयानक असाधारण कार्य करके पुनः सो जाये।
चंद्राभ Name of the 11th Kulkar (ethical founder), A city in the south of Vijayardh mountain, A type of Laukantik deities, A king of Yadu descendant. ११वें कुलकर का नाम,विजयार्ध की दक्षिण श्रेणी का एक नगर, लौकान्तिक देवों की एक जाति , यदु (यादव) वंश का एक राजा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रसकर्म – मंत्र – तंत्र आदि के द्वारा रस आदि की सिद्धि करना। Rasakarma- Mystical activity
चारित्रविनय Reverential conduct, Absorption in conduct with knowledge and faith. इन्द्रिय और कषायों के प्रणिधान या परिणाम का त्याग करना तथा गुप्ती समिति आदि चारित्र के अंगों का पालन करना ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योगवक्रता – मन वचन काय की कुटिलता। Yogavakrata-Crookedness in activities of mind, speech & body
चिलातपुत्र Name of an Anuttaropapadak in the era of Lord Mahavira. भगवान् वीर के तीर्थ के एक अनुत्तरोपपादक साधु।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योगमुद्रा – पल्संकासन, पर्यकासन और वीरासन इन तीनो मे से किसी भी आसन के साथ, बाए हाथ की हथेली पर दाए हाथ की हथेली रखकर ध्यानावस्था में बैठना। Yogamudra-A cross legged posture of meditation