स्वानुभूत्यावरण!
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वानुभूत्यावरण – Svaanubhuutyaavarana. An obscuring Karma of self realization. स्वानुभूति (सम्यक्त्व) पर आवरण करने वाला अर्थात् नही प्रकट होने देने वाला कर्म।
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वानुभूत्यावरण – Svaanubhuutyaavarana. An obscuring Karma of self realization. स्वानुभूति (सम्यक्त्व) पर आवरण करने वाला अर्थात् नही प्रकट होने देने वाला कर्म।
उदराग्नि प्राशमन वृत्ति Pacification of hunger. साधु वृत्ति उदराग्नि का निःस्वाद भोजन से प्रशमन करना (मिटाना)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] साकेता – Saaketaa. Another name of Ayodhya (birth place of lord Adinath, Ajitnath, Abhinandannath, Sumatinath & Anantnath). भरत क्षेत्र की एक नगरी। अपरनाम अयोध्या। तीर्थकर आदिनाथ अजितनाथ, अभिनंदननाथ, सुमतिनाथ, अनंतनाथ की जन्म नगरीं।
देवसेवा Eulogical worshipping of Lord Arihant. देवपूजा , अभिषेक व 8 द्रव्य से पूजन,स्तुति करना।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सांतर निरंतर द्रव्य वर्गणा – Saantara Nitramtara Dravya Varganaa. A type of Karmic aggregates having nature of continuity & discontinuity both. जो वर्गणा अंतर के साथ निरन्तर जाती है, उसकी सांतर-निरन्तर द्रव्य वर्गणा संज्ञा है। यह अग्रहण वर्गणा ही है, क्योकि यह आहार, तैजस, भाषा, मन और कर्म के अयोग्य है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रूद्र – 88 ग्रहो में एक, तीसरे रूद्र एवं तीसरे नारद का नाम, जिनदीक्षा लेने के उपरान्त संयम भ्रष्ट होकर रौद्र कार्य करने लगते है। ये दसवें विद्यानुवाद पूर्व का अध्ययन करते समय विशयासक्त होकर तप से भ्रष्ट हो जाते है। और नरकगामी होते है।रूद्र 11 होते है। Rudra-name of a planet, Name of…
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सत्कार – Satkaara. Respect, Reverence, Honour, Reception. आदर, सम्मान, विनय, पूजा-प्रशंसा “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रदेश निर्जरा- कर्म परमाणुओं का आत्मा से अलग होना। pradesa nirjara – seperation of karmic molecules from soul