धनंजय!
धनंजय A Digambar Jain poet. दिगम्बर आम्नाय के एक कवि (धनंजय नाममाला, विषापहार स्त्रोत आदि के कर्ता) ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
धनंजय A Digambar Jain poet. दिगम्बर आम्नाय के एक कवि (धनंजय नाममाला, विषापहार स्त्रोत आदि के कर्ता) ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भट्टारक – Bhattaraka. The super souls, A title for super soul & spiri-tual personalities according to ancient Jaina scriptures. धवला आदि प्राचीन ग्रन्थों में अर्हन्त, सिध्द, साधु को परमपूज्यता के प्रतीक में भट्टरक शब्द से संबोधित किया गया है “
द्वेषकी क्रिया A kind of activity of violence . एक प्रकार की हिंसा क्रिया।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संघात (नामकर्म) – Sanghaata (Naamakarma). Physique making Karmic nature causing association of body molecules. जिसके उदय से औदारिक आदि 5 शरीर योग्य परमाणु परस्पर छिद्र रहित मिल जावें “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बादर नामकर्म प्रकृति- जिस कर्म के उदय से जीव बादर कार्य में उत्पन्न होता है। Badara Nama Karma Prakrti- A physique making Karma causing gross body
द्विपृष्ठ The second Narayana of the present era. वर्तमान भव में द्वितीय नारायण, जिसने कोटिशिला को अपने मस्तक तक ऊपर उठा लिया था।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रकाम्य ऋद्धि- जिस ऋद्धि के प्रभाव से साधु जल के समान पृथ्वी पर और पृथ्वी के समान जल पर गमन करने में समर्थ होते है। Prakamya Rddhi- A type of super natural power (related to special walking on the surface of earth & water)
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संख्याधिकार – Sankhyaadhikaara. One of the 8 Anuyogadvars (disquisition doors). 8 अनुयोगद्वारों में एक अनुयोगद्वार ” जीव किस-किस गुणस्थान व मार्गणा स्थान आदि में कितने-कितने हैं इसका निरूपण इस अधिकार में किया जाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बाणा- भारतक्षेत्र में स्थित आर्यखण्ड की एक नदी। Bana- A river of bharat khsetra Arya khand (region)
उदयादित्य Name of a king and a Kannad poet. भोजवंशी राजा जयसिंह के पुत्र (नरवर्मा के पिता मालवा देश के राजा-ई. 1058-1093) उदयादित्यालंकार के रचयिता एक कन्नड कवि (ई. 1150)। [[श्रेणी:शब्दकोष]]