तपकल्याणक वंदना!
तपकल्याणक वंदना Worshipping prayer of an auspicious event of Tirthankar’s (Jaina-Lord) life. कृतिकर्म सिद्ध- चारित्र- योगि व शांति भक्ति ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
तपकल्याणक वंदना Worshipping prayer of an auspicious event of Tirthankar’s (Jaina-Lord) life. कृतिकर्म सिद्ध- चारित्र- योगि व शांति भक्ति ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विनीत – Vinita. Name of the 44th chief disciple of Lord Rishabhdev. तीर्थकर वृषभदेव के ४४ वें गणधर “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्योनदशमी व्रत – Nyinadashamee Vrata. A type of vow (fasting). दस दशमी के उपवास करना ” यह श्वेताम्बर आम्नाय में प्रचलित है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सूक्ष्म परिधि – Sukshma Paridhi. Micro Circumference. सूक्ष्म परिधि =(व्यास2 ग् 10द्ध) अर्थात 2;चपद्धत
[[श्रेणी:शब्दकोष]] न्यायाभास – Nyaayaabhaasa. False inference, udgement fallacy. जो अनुमान प्रत्यक्ष और आगम के विरुद्ध हो “
तत्वार्थसूत्र A great treatise written by Acharya Umasvami. आचार्य उमास्वामी (ई.श.2) कृत मोक्षमार्ग, तत्वार्थ दर्शन विषयक 10 अध्यायों में सूत्रबद्ध ग्रंथ । अपरनाम -मोक्ष शास्त्र। एक बार पाठ करने से उपवास के फल की प्राप्ति करने वाला। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुस्वर नामकर्म प्रकृति – Susvara Namakarna Prakriti. A physique making karmic nature causing melodious tone. जिस कर्म के उदय से मधुर आवाज या सुरीला कंठ प्राप्त होता है उसे सुस्वर नामकर्म प्रकृति कहते है।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पाहुड – Pahuda. Treatise. जो पदों के द्वारा व्यक्त है वह पाहुड कहलाता है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सुवेषा – Suveshaa. Mother’s name of the third Balbhadra ‘Dharma’. धर्म नामक तीसरे बलभद्र की माता ।