स्वप्न!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्वप्न – Svapna. Dream, one of the 8 parts of causative knowledge (Nimittagyan).कल्याणवाद पूर्व मे वर्णित निमित्तज्ञान के 8 अंगो मे प्रथम अंग। स्वप्न दो प्रकार के माने गये है स्वस्थ स्वप्न और अस्वस्थ स्वप्न।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्वप्न – Svapna. Dream, one of the 8 parts of causative knowledge (Nimittagyan).कल्याणवाद पूर्व मे वर्णित निमित्तज्ञान के 8 अंगो मे प्रथम अंग। स्वप्न दो प्रकार के माने गये है स्वस्थ स्वप्न और अस्वस्थ स्वप्न।
तीर्थक्षेत्र Place of pilgrimages, related to 5 auspicious events of the life of Jaina Lord etc. गर्भादि पंचकल्याणक क्षेत्र व अन्य केवली के सिद्ध स्थान व अतिशय क्षेत्र। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
देवत्रिक Triplet of Karmic nature related to celestial body form . देवगति , देवायु , देवगत्यानुपूर्वी[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] ब्रह्मोत्तर (पटल) – Brahmottara (Patala). Name of the 4th Patal (layer) and Indrak Viman of Brahma. ब्रह्म स्वर्ग का चौथा पटल व इंद्रक विमान “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्वचतुष्टय – Svacatustaya. A quartel related to the nature of matter.द्रव्य के स्वभाव भूत द्रव्य-क्षेत्र-काल-भाव स्वचतुष्टय है।
जयपुर Name of a city of Bharat Kshetra (region). भरतक्षेत्र का एक नगर ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्याद्वाद – Syaadvaada. A doctrine of many fold standpoints or possibilities in describing a matter.अनेकान्तमयी वस्तु का कथन करने की पद्वति स्याद्वाद है अथवा स्यात् का अर्थ है सापेक्षा या कथंचित् एवं वाद का अर्थ है कथन, अतः अनेक धर्मात्मक वस्तु के प्रत्येक धर्म का सापेक्ष रुप से कथन करने की शैली का नाम…
जनपद A territory of a country, a populated place. देश का एक आबाद भाग ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] स्यादनेकत्व – Syaadanekatva. To have different characteristics in a matter (in some aspect).एक ही द्रव्य मे अनेक स्वभावो की उपलब्धि होना इससे द्रव्य कंथचित् अनेक स्वभावी कहलाता है।
देशात्मवाद Doctrine of believing extrinsic pleasures. बहिरात्मपना जो शुद्धदात्मा अनुभूति से विमुख इन्द्रिय सुख में आसक्ति एवं देह को आत्मा मानता है।।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]