द्रव्य उपक्रम!
द्रव्य उपक्रम A type of Upakram – a pursuance in accordance with natural matters. उपक्रम का एक भेद (उपक्रम- जो प्रकृत प्रदत्त पदार्थ के अर्थ को अपने समीप करता है)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
द्रव्य उपक्रम A type of Upakram – a pursuance in accordance with natural matters. उपक्रम का एक भेद (उपक्रम- जो प्रकृत प्रदत्त पदार्थ के अर्थ को अपने समीप करता है)। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शरीर निर्मलता – Shareera Nirmalataa. An excellence of the birth of Jaina-Lord (purity of the body). जिनेन्द्रभगवान के शरीर की अतिशयी निर्मलता-भगवान अरहंत के जन्म के 10 अतिशयों में एक अतिशय “
द्रविक A liquid substance or melted substance. पतला, तरल पदार्थ।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
दोग्रंथिक पाहुड Supreme treatise (commandments) containing knowledge of all 12 Angas. जिन भगवान के द्वारा निर्दोष श्रेष्ठ विद्धान आचार्यों की परम्परा से भव्य जनों के लिए भेजे गये बारह अंगों के वचनों का समुदाय अथवा उनका एकदेषपरमानंद।[[श्रेणी: शब्दकोष ]]
आनंदा Name of a female divinity of Anjan Summit of Ruchakvar mountain, A Vapi (like large lake) of Samavsharan. रूचकवर पर्वत के अंजन कूट की देवी का नाम, समवशरण के अशोक वन में स्थित छः वापियों में एक वापी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भद्र्बल – Bhadrabala. Name of a chief disciple of Lord Adinath. आदिनाथ भगवान् के १९ वें गणधर का नाम “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] परमोपेक्षा संयम:Absolute right conduct related to perfect restraint.निश्चय चारित्र या शुद्वोपयोग।
[[श्रेणी : शब्दकोष]] भावशक्ति – Bhavasakti. Power of thinking. जीव की एक शक्ति; वर्तमान अवस्था (पर्याय) सहितरूप भाव शक्ति है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] सामान्य भूमि – Saamaanya Bhoomi. Gircular land in the assembly of Lord Arihant (with 20,000 stairs in every direction). समवसरण के 31 अधिकारों में प्रथम अधिकार । समवशरण में सामान्य भूमि गोल होती है। उसकी प्रत्येक दिशा में आकाश में स्थित 20-20 हजार सीढि़याॅं है।