गजकुमार!
गजकुमार The son of Vasudeva and younger brother of krishna. अनंतकृत केवली वसुदेव का पुत्र, कृष्ण का अनुज, विरक्त होने पर जिसके ससुर सोमशर्मा ने क्रोध्हग्नी के कारन सर पर जलती हुई सिगडी रखी थी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गजकुमार The son of Vasudeva and younger brother of krishna. अनंतकृत केवली वसुदेव का पुत्र, कृष्ण का अनुज, विरक्त होने पर जिसके ससुर सोमशर्मा ने क्रोध्हग्नी के कारन सर पर जलती हुई सिगडी रखी थी।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विश्व – Vishva. World. संसार; ६ महाद्वीपों में उपलब्ध संसार “
एतिकायन One believing in ignorance. एक अज्ञानवादी मत को मानने वाला।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
गति परिष्पंद Vibrational motion. बाह्य अभ्यंतर निमित्त के वश उत्पन्न होने वाला काय का परिस्पंद ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] संतोष – Santosha. Satisfaction,Contentment. शांति, परितुष्टि ” अर्थात् लोभ-तृष्णा का अभाव “
[[श्रेणी: शब्दकोष]]स्वमुख उदय – Svamukha Udaya. Natural fruition of karmas. कर्म प्रकृतियो का आपरुप होकर ही उदय मे आना स्वमुख उदय है एवं अन्य प्रकृति रुप होकर उदय मे आना परमुख उदय हैं।
[[ श्रेणी:जैन_सूक्ति_भण्डार ]] [[ श्रेणी:शब्दकोष ]] == मिथ्यात्व : == मिथ्यात्वं वेदयन् जीवो विपरीतदर्शनो भवति। न च धर्म रोचते हि, मधुरं रसं यथा ज्वरित:।। —समणसुत्त : ६८ जो जीव मिथ्यात्व से ग्रस्त होता है, उसकी दृष्टि विपरीत हो जाती है। उसे धर्म भी रुचिकर नहीं लगता, जैसे ज्वरग्रस्त मनुष्य को मीठा रस भी अच्छा नहीं…
[[श्रेणी: शब्दकोष]] स्वभाव द्रव्य पर्याय – Svabhaava Dravya Paryaaya. Natural states of matters. कर्मोपाधि रहित पर्याये स्वभाव द्रव्य पर्याये कही जाती है। सब द्रव्यो की जो अपने अपने प्रदेशो की स्वभाविक स्थिति है वही द्र्रव्यो की स्वभाव पर्याय है।
उद्यवन Devotion of soul towards true knowledge. आत्मा की सम्यग्दर्शनादि परिणति होना।[[श्रेणी:शब्दकोष]]