विशालनयन!
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशालनयन – Vishalanayana. Name of the 4th Rudra among all 11. ११ रुद्रों में चौथा रूद्र अपरनाम वैश्वानर ” इसकी ऊंचाई ९० धनुष एवं आयु एक लाख पूर्व की थी “
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विशालनयन – Vishalanayana. Name of the 4th Rudra among all 11. ११ रुद्रों में चौथा रूद्र अपरनाम वैश्वानर ” इसकी ऊंचाई ९० धनुष एवं आयु एक लाख पूर्व की थी “
णेमिणाहचरिउ A book written by Acharya Amarkirti. आचार्य अमरकीर्ति (ई.सन् 1187) द्वारा रचित एक ग्रंथ। [[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] विन्ध्य पर्वत – Vindhya Parvata.: Name of a mountain, one of the mountains at Shravanbelagola (a place of pilgrimage). श्रवणबेलगोल(कर्नाटक) के दो पर्वत में दूसरा पर्वत विन्ध्यगिरि ” जहाँ भगवान बाहुबली की 57 फुट ऊँची उन्त्तुग प्रतिमा विराजमान है “
एकेन्द्रिय जाति नामकर्म A karmic nature causing one sensed beings. जिस कर्म में उदय से एकेन्द्रिय जाति में जन्म मिलता है।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] वारुणी –Vaarunii.: Name of a super power,Name of a city in the north of Vijayardh mountain. एक विद्या ,विजयार्ध पर्वत के उत्तरश्रेणी की एक नगरी “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राहू – ज्यातिश के मुख्य 9 ग्रहो में 8 वां ग्रह जन्मकुंडली में राहु ग्रह से अनिश्ट होने पर उसके निवारण हेतू भगवान नेमिनाथ की उमासना की जाती है। Rahu-An astrological planet
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध ध्यान – Shuddha Dhyaana. The supreme & absolute meditation. रागादि की सत्ता के क्षीण होने पर अंतरंग आत्मा के प्रसन्न होने से जो अपने अवारूप का अवलंबन है, वह शुद्ध ध्यान है “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] ल्क्षण निमित्तज्ञान – अश्टांग निमित ज्ञान का छठा अंग, षारिरिक चिन्ह देखकर मनुश्य के ऐष्वर्य व दरिद्री आदि का ज्ञान होना। Laksana Nimittajnana-A type of knowledge gained through different marks of the body
[[श्रेणी:शब्दकोष]] शुद्ध उपलब्धि – Shuddha Upalabdhi. Attainment of pure spiritual knowledge. निश्चयरूप ज्ञान की प्राप्ति या अन्तरातमा का प्रत्यक्ष अनुभव “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] पुद्गल स्कन्ध – Pudgala Skandha. Aggregate of molecules (a bind form). जिन परमाणुओं ने परस्पर बंध कर लिया है वे स्कन्ध कहलाते हैं “