चंगदेव!
चंगदेव An ancestor of poet Haridev. मयणपराजय चरिउ के रचयिता कवि हरिदेव के पूर्वज ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
चंगदेव An ancestor of poet Haridev. मयणपराजय चरिउ के रचयिता कवि हरिदेव के पूर्वज ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] समरस – Samarasa. Equanimous nature. समतारुपी रस अर्थात् अनुभवन, घ्यानलीन मुनि समरस का आस्वाद प्राप्त करते हैं।
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लज्जा – षर्म, अंतकरण की वह भावना जिसके कारण दूसरों के सामने वृत्तियां संकुचित हो जाती है। Lajja-Sense of decency or modesty, shame
[[श्रेणी:शब्दकोष]] लब्धि अक्षर – अक्षर के तीन भेदो मे एक भेद, सूक्ष्म निगोेद लब्ध्यापर्याप्तक से लेकर श्रुत केवली तक जीवो के जितने क्षयोपषम होते है उन सबकी लब्ध्यक्षर संख्या है। Labdhi aksara- Destructional cum subsidential state of karmas of all beings
[[श्रेणी : शब्दकोष]] विसृष्टांग तप –Visratamga Tapa. An austerity or meditation, keep the body ex-actly loose. कायक्लेश तप का एक भेद; जिस तप में सम्पूर्ण शरीर ढीला छोड़ दिया जाये उसे विसृष्टांग तप कहते हैं “
[[श्रेणी:शब्दकोष]] योगि – जिसने ष्वास को जीत लिया।जो नेत्र टिमकर रहित है, जो काय के समस्त व्यापार से रहित है, निसन्देह वह योगी है। Yogi-Meditator, Who is deeply engrossed into supreme knowledge
घातकत्व निदान An evil thought of harming someone in next birth. घातक कषायरूप निदान ; ‘ परलोक में मै किसी का बुरा करूँ ‘ आदि।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
दयामूर्ति Embodiment of mercy. सचित त्याग प्रतिमाधारी श्रावक को दयामूर्ति कहा गया है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] यौग – नैयायिक दर्षन का अपरनाम। Yauga-The other name of Naiyayik philosophy
चारणकूट व गुफा Summit and cave of Yamdeva (deity) in south Nandan forest of Sumeru (mountain). सुमेरू पर्वत के मंडान आदि वनों के दक्षिण में स्थित यमदेव का कूट व गुफा ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]