बघेरवाल!
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बघेरवाल- जैनों की 84 जातियों में से एक जाति का नाम। Baghervala- name of a jaina caste
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बघेरवाल- जैनों की 84 जातियों में से एक जाति का नाम। Baghervala- name of a jaina caste
[[श्रेणी:शब्दकोष]] राजवातिैक – आचार्य अकलंक देव द्वारा तत्वार्थसूत्र गं्रथ पर की गई विस्तृत संस्कृत वृत्ति। Rajavartika-name of a treatise written by Acharya Akalank dev
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रोषधोपवास प्रतिमा- देखें- प्रोशध प्रतिमा। Prosadhopvasa pratima- See prosadha pratima
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्तोदा (कुंड) – 1 – 32 विदेहो में गंगा सिन्धु आदि 64 नदियो में रक्तोदा नदी का कुंड जो नील व निशध पर्वत के मूल भाग में स्थित है, 2 – ऐरावत क्षेत्र में स्थित एक कंुड जिसमे रक्तोदा नदी गिरती है। Raktoda (Kumda)-Name of wide mouthed pools
घोड़ा Horse, an auspicious significant, Symbol of the 3rd Tirthankar (Jaina-Lord) Sambhavnath. एक मंगल , तीसरे तीर्थंकर भगवान संभवनाथ का चिह्न ।[[श्रेणी:शब्दकोष]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रशध- अश्टमी, चतुर्दषी आदि पर्व के दिन उपवास अथवा एक बार भेजन करना। Prosadha- Fasting or one time eating
[[श्रेणी:शब्दकोष]] रक्ता (देवी) – रक्ता कुंड व रक्ताकूट की स्वामिनी देवी। Rakta (Devi)-Name of the female ruling deity of Raktakund & raktakuta
[[श्रेणी:शब्दकोष]] बंध स्थान- बंध से जो स्थान निर्मित होता है बन्ध स्थान कहलाता है। Bandha Sthana- The place caused by binding of karmas
दिगंतरक्षित A type of deities. लौकांतिक देवों का एक भेद इनकी संख्या 25025 है। [[श्रेणी: शब्दकोष ]]
[[श्रेणी:शब्दकोष]] प्रीतिंकर- कुरुवंष का एक राजा, ऊध्र्व ग्रैवेयक का विमान। Pritimkara- A king of kuru dynesti A heavenly abode of Urdhva graiveyak