24. साधु और श्रावक दोनों ही सल्लेखना ग्रहण कर सकते हैं
साधु और श्रावक दोनों ही सल्लेखना ग्रहण कर सकते हैं चउत्थे सिक्खावदे पच्छिमसल्लेहणामरणं चेदि। इच्चेदाणि चत्तारि सिक्खावदाणि ।’ सल्लेखना को शिक्षाव्रत में लिया है चौथे शिक्षाव्रत में अंत में सल्लेखना मरण करना कहा है । इस प्रकार ये चार शिक्षाव्रत हैं । यहाँ पर श्री गौतमस्वामी ने शिक्षाव्रत में ही सल्लेखनामरण को लिया है ।…